मेरा चाँद छुप गया है,
पर चाँदनी कम नही है,
तेरा साथ तो नही है,
पर सहारा कम नही है.
मेरा प्याला कब से खली है ऐ साकी,
पर मदहोशी कुछ कम नही है,
बड़ी अँधेरी है राहें तेरी मेरे मौला,
पर एक टिमटिमाता दिया भी रोशनी के लिए कम नही है.
Tuesday, August 05, 2008
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