Wednesday, October 11, 2006

न पास हो, न दूर हो

न पास हो, न दूर हो,
मन की आंखों से देखू तो,
तुम यही-कही नज़र आते हो.

न बेकरारी है, न शुकून है,
तेरे बिना ज़िन्दगी अजीब है,
न नशा है, न होश है,
तेरे बिन ज़िन्दगी खामोश है.

सोचता हूँ अब तुम शिकवा करोगे हमसे,
कह दोगे की अब न मिला करो यूँ मुझसे,
तोड़ दो दिल मेरा, बन जाओ बेरहम अब,
शायद भुला देना तुम्हे, मेरा नसीब है.

पत्थर का ये दिल अब किस काम का है जनम,
प्यार करना इसे जब आता नही सनम,
इस पत्थर पे भी बस तेरा नाम है सनम,
कहते है की पत्थर की लकीर नही मिटती हमदम.

न खुशी है, न गम है,
ये कैसी ज़िन्दगी सनम है,
मांगता हूँ अब बस एक ही दुआ इस रब से,
तुझे भुला दू मैं अब से.

Wednesday, October 04, 2006

मेरी शेरो-शायरी

I think its most difficult part of writing. They are small and beautiful. I will like to get your feedback.
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अपनी आँखें कभी न खोलो सनम,
इनमे न कही डूब जाए हम,
पलकों की दीवारें न तोड़ो कभी,
आंखों से आँखें न लड़ जाए सनम.


तुम से मिलने की मुझको तमन्ना बड़ी थी,
इश्क करने का लेकिन इरादा नही था,
इन आंखों ने कह डाला वो सब,
ज़िक्र करने का मेरा इरादा नही था.


तुम जो आए तो ये गुलशन महक उठा,
समझाना जो चाह दिल को तो और बहक गया,
देखा जो मैंने तुझको तो दिल मचल उठा,
तेरी इन मुस्कुराहटों पे हाय मैं फिसल गया.


बहारों से मुझे क्या लेना,
बस इतना कहना हैं की,
ये दुनिया ये महफ़िल
मेरे काम की नही.

Poems Collected From Past

प्यार

प्यार कर के सबको देखो ,ये दुनिया बड़ी खूबसूरत है
कांटे भी फूल बन जाते है,प्यार में ऐसी ताकत है,
कौन कहता है की चाँद सूरज से है ये रोशन जमाना,
प्यार की रोशनी है ऐसी जिसकी सबको जरूरत है



अजनबियों के शहर में

आइना ही था एक परीचित अजनबियों के इस सहर में,
ऐसे में पैगाम तेरा, खुशियों की सौगात लाया,
अन्धियारें इस सफर में जैसे कोई चिराग आया,
दिल ये उछला हो के पुलकित,एक लड़की मेरे शहर में.

एक वीराने शहर में कोई अपना सा मिल गया था,
तन्हाई चीज़ है क्या, ये तो बस भूल गया था,
शब्द घुले जब उसके मेरे इन कानो में,
गम होता है क्या,ये तो बस भूल गया था.

दूर रहके दोस्तों से उनकी कीमत मान गया,
दोस्ती के कई मायने मैं तब जान गया,
दो पल की मुलाकात को दोस्ती न समझे,
दोस्ती बिन विश्वास के भला किस काम का है.

जाने समय को मुझसे क्यों बैर हुआ,
एक ही पल में अनजाने में सब चकनाचूर हुआ,
तन्हाई के अंधरे से, मेरे विवेक का नाश हुआ,
ये न पूछों अब मुझसे क्या-क्या मेरे साथ हुआ.

हर शब्द में मेरे जाने क्यों इतने अर्थ ढूंढे गए,
शब्दों के इस खेल में हम तो केवल तनहा रह गए.

अजनबियों
को अपना बना के देख ले भोले 'माया',
हर अपना होता है एक दिन अजनबी यारा,
भरा हो प्यार दिल में तो दोस्त मिल ही जाते है,
कुछ फूल रेगिस्तान में भी खिल ही जाते है.



मेरे सनम की आँखें

मेरे सनम की आँखें बन गई है मेरा गम ,
कोई शोला कहे, कोई आतिश कहे,कोई कहे इसे शबनम.

हर कोई देखे तुम्हे बड़े प्यार से,
ख़ुद को रखना सनम संभल के,
तू मासूम है,तू नादान है,
सारी दुनिया तेरे लिए बेईमान है.

तेरे हुस्न की जान है तेरी आँखें,
मेरा दिल मेरी जान है तेरी आँखें,
धड़का दे हर दिल को वो जाम है तेरी आँखें,
सच कहूँ तो कुदरत का सबसे हसी इनाम है तेरी आँखें.


फ़र्ज़

तुमपे है अभिमान देश को,तुमसे ही है शान देश की,
कुछ फ़र्ज़ तुम्हारा बनता है,हर क़र्ज़ तुम्हे चुकाना है,
जिस धरती पे सीखा तुमने चलना,उस देश को तेरी जरूरत है.


लड़कियाँ..

ये लड़कियां अजब होती हैं,
थोडी सी पागल होती हैं.

ख़ुद अपने प्रीतम का व्यवहार,
नही समझ पाता हूँ मैं,
क्यों हैं उसमे आक्रोश,
क्या चाहती हो वो,
ये मैं हूँ समझने में असमर्थ.

भूख लगी हैं,
पर खाती नही,
कौन सी ऐसी बात हैं
जो बताती नही.


शादी

सच कहता हूँ भाई,
सबसे बड़ी बुराई,
कभी न करना सगाई,
शादी का मतलब हैं लडाई.

सारी दुनिया जिससे घबराए,
यह वह रिश्ता हैं भाई,
पिंजडे में फस पंछी,
फ़िर कभी निकल न पाये.

एक दिन मैं कर रहा था सफाई,
बात ही बात में मान ने शादी की बात चलाई,
ये सुनते ही मुझे मदन भाई की याद आई,
मदन भाई था मेरा पड़ोसी जिसका धंदा था हप्ता वसूली,
एक दिन मैंने सुनी मदन भाई की रुलाई,
सोचा की जरूर आज इसकी गर्दन पुलिस के हाथ आई,
बहार निकला तो नज़ारा अलग था,
उसकी बीबी के हाथ में बेलन सामने उसका सर था...


लंगोट की कसम

जीत के रहेंगे हम, लंगोट की कसम,
दुनिया पीछे पीछे और आगे होंगे हम,लंगोट की कसम,

जीतना आदत है अपनी,हौसला ताकत है अपनी,
हार मान जाए जो हम,नही किसी में दम,
जीत के रहेंगे हम लंगोट की कसम.

English Poems


Dancing in front of the mirror


I was almost close to tears,
when no body was near,
secluded! I found some one dear,
not very far from here,
I dont care if u jeer
dancing in front of the mirror.

oh!everything is beautiful here,
but doest it matter if nobody is to share?
nothing makes u happy if noone is to hear,
thanks my dear mirror! for being with me here.


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Sore Heart


It was someday u hugged me tight,
Everything around was looking so bright,
You and me were behaving upright,
Now those moments are things of past.

Not that I dont feel the affection in ur eyes,
But gone are the days of u seeing my heart,
U dont tell me whts going in ur inside,
Its paining to see me losing my hope

I am not sorry for this at all,
As Time and progress always take its toll,
I hope u wud say something to lull this all,
As losing u will make me a hollow hal

Romance


ये दिल....

हँसते-हँसते क्यों उदास हो गया है ये दिल,
जाने किस मोड़ पे आ गया है ये दिल,
सपनो से, अपनों से दूर जा रहा है ये दिल,
अपने ही साए से उलझता जा रहा है ये दिल.

अपने दिल से कैसे कहू दिल की बातें,
दिल ही दिल में तड़पता है ये दिल,
तू मेरे गम का अब गम न करना,
यूँ ही कम्बखत बहक जाता है ये दिल.
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तुम नही हो!

आज मैं खुश हूँ,
की मेरे ख्यालों में तुम नही हो,
आज ज़रा हंस लू,
की अब तेरी आरजू भी नही है.
आज ज़रा जी लू,
की अब मेरी जान तुम नही हो,
आज ज़रा धड़कने दूँ इस दिल को,
कि मेरी धड़कन में अब तुम नही हो,
आज थम लू इस पल को,
की अब इस पल में तेरी यादें नही है,

डरता हूँ तेरी यादों से,
उन अनकही बातों से,
उन अधूरी मुलाकातों से,
तेरे कदमों की आहट से,
दूर रहना तुमसे मजबूरी है,
प्यार में मिलना क्या ज़रूरी है?

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इश्क..

सुनो इस धड़कन को तो जानोगी,
झांको मेरे दिल में तो पहचानोगी,
कि तेरा नाम है मेरी हर धड़कन में,
कि तू ही बस तू बसी हैं इस दिल में

तुम कहोगे कि मैं दीवाना हूँ,
एक छलकता हुआ पैमाना हूँ,
इस दीवाने से मिलके तो देखो,
इस जाम को तुम चख के तो देखो,
तुम भी दीवानी हो जोगी,
इस ज़माने से बेगानी हो जाओगी.

लेकिन आज तुम मुझसे दूर हो,
खोई हुई कही अपने जहाँ में,
जुल्फे ये चेहरे से हटा दो,
आंखों से ये परदा गिरा दो,
झाकोगी तुम गर मेरे आंखों में,
इश्क के जादू से बच नही पाओगे
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चाँद को क्या देखू

अब मैं चाँद को क्या देखू,
जब तेरा चेहरा देख लिया,
अब फूलों का क्या देखू,
जब साँसों में बस तेरी खुशबू हैं

अब किसी सुर को क्या सुनू,
जब तेरी बोली में ही सरगम है,
ढूंढती है बस तुम्हे अब मेरी नज़रे,
मैं परियों को क्या देखू,
जब हर चेहरे में बस तुम हो

अब ज़न्नत में क्यूँ माँगू,
जब तेरा साथ मिल गया है,
अब रब से क्योँ दुआ करू,
जब मुझे तेरा हाथ मिल गया है

जाने मैं इस नगमे में क्या-क्या कह गया,
जब तुमसे मिलना था मेरा सपना टूट गया,
न आया करो मेरे सपनो में हमदम,
ऐसे ही सपनो में जब-तब मेरा दिल टूट गया